सोमवार 30 जून 2025 - 08:18
एक ऐसी गर्मी जो कभी ठंडी नहीं होती

हौज़ा / पैग़म्बर (स) ने एक रिवायत में इमाम हुसैन (अ) की शहादत की गर्मी का उल्लेख किया है।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, निम्नलिखित कथन "मुस्तद्रक अल-वसाइल" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال رسول اللہ صلى ‌الله ‌عليه ‌و‌آله:

اِنَّ لِقَتْلِ الْحُسَیْنِ علیه السّلام حَرارَةً فى قُلُوبِ الْمُؤمنینَ لا تَبْرُدُ اَبَداً

पैग़म्बर (स) ने फ़रमाया:

इमाम हुसैन (अ) की शहादत ने विश्वासियों के दिलों में एक ऐसी गर्मी पैदा कर दी है जो कभी ठंडी नहीं होगी।

मुस्तद्रक अल-वसाइल, भाग 10, पेज 318

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